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Friday 9 September 2016

धर्म निरपेक्ष-बेनाम कोहड़ा बाज़ारी





क से काली नहीं
कौआ ,
प से पैगम्बर नहीं
पाड़ा ।


भ से भोलेनाथ नहीं
भैस होता है
और
ग से गणेश नहीं
गिद्ध होता है ।

काली का क उतना ही है
जितना की कौआ का
पैगम्बर का प उतना ही है
जितना की भैस का।

फिर भ से भोलेनाथ क्यों नहीं?
और ग से गणेश क्यों नहीं?


क्योंकि
कौआ, पाड़ा, भैस और गिद्ध
किसी धर्म के नहीं
ये हर धर्म में पाए जाते है .


अजय अमिताभ सुमन
उर्फ़
बेनाम कोहरबाज़ारी 

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