मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अपनी पसंदीदा कविताओं,कहानियों, को दुनिया के सामने लाने के लिए कर रहा हूँ. मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अव्यावसायिक रूप से कर रहा हूँ.मैं कोशिश करता हूँ कि केवल उन्ही रचनाओं को सामने लाऊँ जो पब्लिक डोमेन में फ्री ऑफ़ कॉस्ट अवेलेबल है . यदि किसी का कॉपीराइट इशू है तो मेरे ईमेल ajayamitabhsuman@gmail.comपर बताए . मैं उन रचनाओं को हटा दूंगा. मेरा उद्देश्य अच्छी कविताओं,कहानियों, को एक जगह लाकर दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है.


Showing posts with label तन्हा अब्बास. Show all posts
Showing posts with label तन्हा अब्बास. Show all posts

Thursday, 22 June 2017

काश तुमने अपना मिज़ाज ईद जैसा ही बना लिया होता,

काश तुमने अपना मिज़ाज ईद जैसा ही बना लिया होता,
हर रोज़ न सही इक रोज़ ही गले लगा लिया होता।

तन्हा अब्बास