मैनें अपनी पत्नी से कहा,
संत महात्मा कह गये हैं……
ढोल, गंवार, शुद्र, पशु और नारी
ये सब ताड़न के अधिकारी.
इन सभी को पीटना चाहिये!! “
इसका अर्थ समझती हो या समझायें?
पत्नी बोली
“हे स्वामी इसका मतलब तो बिलकुल साफ है
इसमें एक जगह मैं हूँ और चार जगह आप हैं.