लुल्फ़ आराम का नहीं मिलता,
आदमी काम का नहीं मिलता।
उसने जब शाम का किया वादा,
फिर पता शाम का नहीं मिलता।
चर्ख पर जाके अर्ज-ए-हाल करूँ,
रास्ता उस बाम का नहीं मिलता।
ज़र्फ़-ए-बे-मिसाल है दिल-ए-पुर-ख़ून,
जोड़ इस जाम का नहीं मिलता।
दाग की जिद से है तलाश ,
उन्हें कोई इस नाम का नहीं मिलता।
दाग देहलवी