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Wednesday 6 May 2015

भरे पटाखे रावण में—पूर्णिमा वर्मन

भरे पटाखे रावण में
लगी भीड़ चंपारण में
हल्ला गुल्ला धूम धड़ाका
मेला ठेला खूब जमा था
रामचंद्र ने छोड़ा तीर
रावण जला महा गंभीर
1मना दशहरे का त्योहार
सच की जीत दुष्ट की हार

—पूर्णिमा वर्मन

प्यारे फूल-पूर्णिमा वर्मन

दीवारों पर झूला करते 
झूल झूल कर फूला करते 
रंग बिरंगे न्यारे फूल
पिटूनिया के प्यारे फूल 

कभी हवा से हिल जाते हैं 
कभी किरन से खिल जाते हैं 
सबकी आँख के तारे फूल
पिटूनिया के प्यारे फूल

खिल खिल कर वे मुस्काते हैं 
हमको भी खुश कर जाते हैं
इस गमले के सारे फूल 
पिटूनिया के प्यारे फूल