मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अपनी पसंदीदा कविताओं,कहानियों, को दुनिया के सामने लाने के लिए कर रहा हूँ. मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अव्यावसायिक रूप से कर रहा हूँ.मैं कोशिश करता हूँ कि केवल उन्ही रचनाओं को सामने लाऊँ जो पब्लिक डोमेन में फ्री ऑफ़ कॉस्ट अवेलेबल है . यदि किसी का कॉपीराइट इशू है तो मेरे ईमेल ajayamitabhsuman@gmail.comपर बताए . मैं उन रचनाओं को हटा दूंगा. मेरा उद्देश्य अच्छी कविताओं,कहानियों, को एक जगह लाकर दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है.


Thursday, 16 April 2015

प्रभु डगर-बेनाम कोहड़ाबाज़ारी

कितना सरल है सच
कितना कठिन है सच कहना

कितना सरल है प्रेम
कितना कठिन है प्यार करना

कितना कठिन है दुश्मन
कितना सरल है दुश्मनी करना

कितना कठिन है नफरत
कितना सरल है नफरत करना

कितना सरल है राह प्रभु की
कितना कठिन है प्रभु डगर पे चलना 

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