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Saturday, 18 April 2015

कुहुकेला धीया के करेजवा-“श्रीनाथ आशावादी”


कुहुकेला धीया के करेजवा , त आंखिया से लोरवा झड़े ए राम.

होत  भिनुसार  विदईया   में ,   सखिया सहेलिया   रोए    ए राम.

डोलिया दुअरिया लगईले कहारअ , पापी   ठाड़े   भईले ए राम.
सुसुकेली माई के गोदीया में , तनी ना अचरवा  छोड़े ए राम.

छुटल जाला   घर  नईहरवा , सहेलि या के संगवा छोहे ए राम.
याद पड़े भाई के दुलरवा आ , बाबूजी के नेहिया साले ए राम.

सुसुकत   डोली    में बईठे बहुरिया , कहरवा उठाई लेलस ए राम.
“आशावादी” लिखत में लोड़ झडे, हाथ से कलमिया रुके ए राम . 

“श्रीनाथ आशावादी”

आकाशवाणी पटना से रमेश्वर गोप द्वारा प्रसारित एवं दैनिक हिंदुस्तान पत्र की समीक्षा में प्रसंशित

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