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Tuesday, 21 July 2015

सोच-व्हाट्सएप्प कहानियां

अमेरिका मे जब एक कैदी को फांसी की सजा सुनाई गई तो वहा के कुछ वैज्ञानिकोने सोचा की क्यों ना इस कैदी पर कूछ प्रयोग किए जाए । तब कैदी को बताया गया की हम तुझे फ़ांऔसी देकर नहीं परन्तु जहरीला कोबरा सांप डसाकर मारेंगे
और उसके सामने बड़ा सा जहरीला सांप ले आने के बाद कैदी की आँखे बंद करके कुर्सी से बाँधा गया और
उसको सांप नहीं बल्की दो सेफ्टी पिन्स चुभाई गई ,
और क्या हुआ कि कैदी की कुछ सेकेंड्स में ही मौत हो गई , पोस्टमार्टम के बाद पाया गया की कैदी के शरीर में भी सांप के जहर के समान ही जहर है ।
अब ये जहर कहा से आया जिसने उस कैदी की जान ले ली ।
वो जहर उसके खुदके शरीर ने ही सदमे में उत्पन्न किया था ।
हमारे हर संकल्प से पोजिटिव या नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है ।
और वो हमारे शरीर में उस अनुसार Hormones उत्पन्न करती है । 75 % बीमारियों का मूल कारण नकारात्मक सोच से उत्पन्न ऊर्जा ही है ।
आज इंसान अपनी ही गलत सोच से भस्मासुर बन खुद का विनाश कर रहा है ।
अपनी सोच को सदैव सकारात्मक रखें और स्वस्थ रहें।

आज का दिन आपके लिए शुभ एवं मंगलमय हो ।

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