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Thursday, 16 April 2015

अनाम-बेनाम कोहड़ाबाज़ारी

शर्माजी कहते है
पिंटू की माँ 
जरा पानी लाना .
पति कहते है ,
अजी सुनती हो ,
मोजा कहाँ है ?
पिंटू कहता है ,
मम्मी मुझे टॉफी दिला दो .
और पड़ोसी कहते है ,
शर्माजी की बहु शालीन है .
वो बहु है ,
पत्नी है ,
मां है .
वो अनाम है ,
उसका कोई अपना नाम नही .



अजय अमिताभ सुमन
उर्फ
बेनाम कोहड़ाबाज़ारी

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