मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अपनी पसंदीदा कविताओं,कहानियों, को दुनिया के सामने लाने के लिए कर रहा हूँ. मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अव्यावसायिक रूप से कर रहा हूँ.मैं कोशिश करता हूँ कि केवल उन्ही रचनाओं को सामने लाऊँ जो पब्लिक डोमेन में फ्री ऑफ़ कॉस्ट अवेलेबल है . यदि किसी का कॉपीराइट इशू है तो मेरे ईमेल ajayamitabhsuman@gmail.comपर बताए . मैं उन रचनाओं को हटा दूंगा. मेरा उद्देश्य अच्छी कविताओं,कहानियों, को एक जगह लाकर दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है.


Wednesday, 6 May 2015

मेरी बिल्ली, आंछी आंछी-दिविक रमेश

मेरी बिल्ली, आंछी आंछी
अरे हो गया उसे जुकाम

जा चूहे ललचा मत जी को
करने दे उसको आराम

दूध नहीं अब चाय चलेगी
थोड़ा हलुवा और दवाई

लग ना जाए आंछी हमको
ध्यान रखेंगे अपना भाई

No comments:

Post a Comment