मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अपनी पसंदीदा कविताओं,कहानियों, को दुनिया के सामने लाने के लिए कर रहा हूँ. मैं इस ब्लॉग का इस्तेमाल अव्यावसायिक रूप से कर रहा हूँ.मैं कोशिश करता हूँ कि केवल उन्ही रचनाओं को सामने लाऊँ जो पब्लिक डोमेन में फ्री ऑफ़ कॉस्ट अवेलेबल है . यदि किसी का कॉपीराइट इशू है तो मेरे ईमेल ajayamitabhsuman@gmail.comपर बताए . मैं उन रचनाओं को हटा दूंगा. मेरा उद्देश्य अच्छी कविताओं,कहानियों, को एक जगह लाकर दुनिया के सामने प्रस्तुत करना है.


Wednesday, 6 May 2015

प्यारे फूल-पूर्णिमा वर्मन

दीवारों पर झूला करते 
झूल झूल कर फूला करते 
रंग बिरंगे न्यारे फूल
पिटूनिया के प्यारे फूल 

कभी हवा से हिल जाते हैं 
कभी किरन से खिल जाते हैं 
सबकी आँख के तारे फूल
पिटूनिया के प्यारे फूल

खिल खिल कर वे मुस्काते हैं 
हमको भी खुश कर जाते हैं
इस गमले के सारे फूल 
पिटूनिया के प्यारे फूल

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